सन्यासी विद्रोह (1772), जिसे फकीर-सन्यासी विद्रोह भी कहा जाता है, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और जलपाईगुड़ी के बैकुंठपुर जंगलों में हुआ था। इस विद्रोह का तत्काल कारण ब्रिटिश सरकार द्वारा लोगों के तीर्थयात्रा पर लगाए गए प्रतिबंध थे। इसके बाद, सन्यासियों और फकीरों ने किसानों, बेदखल जमींदारों और भंग किए गए सैनिकों के साथ मिलकर ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह किया। लेकिन ब्रिटिश सरकार ने इसे निर्दयता से कुचल दिया।
This Question is Also Available in:
English