आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक
1956 में भारतीय राज्यों के पुनर्गठन का उद्देश्य भाषाई आधार पर राज्यों का निर्माण करना था। इस प्रक्रिया के तहत हैदराबाद राज्य को तीन भागों में विभाजित किया गया—आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक। यह पुनर्गठन क्षेत्रीय पहचान और भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण था, जिससे राज्यों का गठन भारत की भाषाई विविधता के अनुरूप हुआ। यह प्रक्रिया 1956 के राज्य पुनर्गठन अधिनियम से प्रभावित थी, जो भारतीय प्रशासनिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम था।
This Question is Also Available in:
English