वैदिक काल में आठ प्रकार के विवाह होते थे। जब एक पुरुष और महिला प्रेम के कारण बिना परिवार की सहमति के विवाह करते थे, तो उसे गांधर्व विवाह या 'प्रेम विवाह' कहा जाता था। यह दो लोगों के बीच आपसी आकर्षण पर आधारित होता था, जिसमें कोई भी रस्म, गवाह या परिवार की भागीदारी नहीं होती थी।
This Question is Also Available in:
English