कालिदास चंद्रगुप्त द्वितीय के दरबार के कवि थे। वे नवरत्नों में से एक थे। वे भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय संस्कृत कवि और नाटककार हैं जिन्होंने अभिज्ञानशाकुंतलम, मालविकाग्निमित्रम्, विक्रमोर्वशीयम् लिखा और विश्वभर में प्रसिद्ध हुए।
This Question is Also Available in:
English