जनजातीय सांस्कृतिक समागम 2025 महाकुंभ प्रयागराज में आयोजित किया गया है। इसमें 15000 से अधिक जनजातीय लोग शामिल हुए। इस आयोजन का उद्देश्य भारत की जनजातीय समुदायों की विरासत, परंपराओं, कला और योगदान का जश्न मनाना है। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, पारंपरिक नृत्यों, संगीत और हस्तकला प्रदर्शनियों के माध्यम से जनजातीय पहचान को उजागर किया जाता है। 2025 को जनजातीय गौरव वर्ष घोषित किया गया है ताकि बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को सम्मानित किया जा सके।
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