वे भारतीय राजनीतिज्ञ और इस्लामी विद्वान थे। वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से घनिष्ठ रूप से जुड़े थे। वे पारंपरिक इस्लाम के समर्थक थे। उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं, जिनमें 'ए स्टडी ऑफ नेहरू', 'द स्ट्रगल इन इस्लाम', 'मुहम्मद एंड द क़ुरान', 'द प्राइस ऑफ पार्टीशन' और 'कम्युनल रेज इन सेक्युलर इंडिया' शामिल हैं। ज़कारिया ने भारतीय मामलों, इस्लाम और ब्रिटिश साम्राज्यवाद पर व्यापक रूप से लिखा। उनके अन्य कार्यों में 'टॉम्ब ऑफ रफीक़ ज़कारिया' और 'रज़िया मींस: क्वीन ऑफ इंडिया' शामिल हैं।
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