करगम तमिलनाडु का पारंपरिक नृत्य है, जिसे पुरुष नर्तक प्रस्तुत करते हैं। इस नृत्य में नर्तक धोती और फूलों की माला पहनता है तथा सिर पर जल और कच्चे चावल से भरा कलश धारण करता है, जो जीवन और उर्वरता का प्रतीक होता है। यह कलश फूलों से सजे शंक्वाकार बांस के ढांचे से अलंकृत होता है और नर्तक इसे संतुलित रखते हुए नृत्य करता है। करगम नर्तक गांवभर में जुलूस के रूप में देवी के मंदिर तक पहुंचते हैं और इस दौरान नादस्वरम तथा अन्य वाद्ययंत्रों की ध्वनि गूंजती रहती है।
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