कृषि और सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए भूमि का एक साथ उपयोग
नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के सातवें सत्र में टिकाऊ ऊर्जा और एग्रीवोल्टिक फार्मिंग पर ध्यान केंद्रित किया गया। एग्रीवोल्टिक फार्मिंग में भूमि का उपयोग कृषि और सौर ऊर्जा उत्पादन दोनों के लिए किया जाता है, जहां फसलें सौर पैनलों के नीचे उगती हैं। यह भूमि की दक्षता को अधिकतम करता है, फसलों को छाया प्रदान करता है, गर्मी के तनाव को कम करता है और जलवायु लचीलापन का समर्थन करता है। यह प्रथा नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देती है, खाद्य सुरक्षा में योगदान देती है और फसलों और सौर ऊर्जा दोनों के माध्यम से आय में विविधता लाकर आर्थिक लाभ प्रदान करती है।
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