FAME II योजना में संशोधन किये गये, जानिए क्या है FAME II योजना?
भारी उद्योग मंत्रालय ने FAME-II योजना में बड़े संशोधनों की घोषणा की है। मंत्रालय ने भारत में निर्मित इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए प्रोत्साहन निर्धारित किया है।
मुख्य बिंदु
- मूल्य पक्ष और सब्सिडी पर हालिया संशोधनों के साथ सरकार का लक्ष्य पूरे भारत में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देना है।
- कीमत में कमी इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में मदद करेगी और 2030 तक भारत को एक इलेक्ट्रिक वाहन राष्ट्र बनाने की सरकार की योजनाओं को मजबूत करेगी।
संशोधन
पहले इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के लिए सब्सिडी की दर 10,000 रुपये प्रति kWh थी। इसे बढ़ाकर 15,000 रुपये/kWh कर दिया गया है, जो कि वाहन लागत का लगभग 40% है।
इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद
केंद्र सरकार बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक बसों और तिपहिया वाहनों की खरीद करेगी। EESL को तीन लाख इलेक्ट्रिक रिक्शा खरीदने के लिए निर्देशित किया जाएगा और इसे नौ प्रमुख शहरों सूरत, पुणे, मुंबई, चेन्नई, अहमदाबाद, हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली और बेंगलुरु में इलेक्ट्रिक बसों की कुल मांग को पूरा करने के लिए कहा गया है।
फेम इंडिया योजना (FAME India Scheme)
यह योजना 2-व्हीलर, पैसेंजर 4-व्हीलर व्हीकल, 3-व्हीलर ऑटो, लाइट कमर्शियल व्हीकल्स और बसों सहित वाहन सेगमेंट को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। इसमें हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी जैसे माइल्ड हाइब्रिड, प्लग इन हाइब्रिड, स्ट्रांग हाइब्रिड और बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन शामिल हैं। इस योजना की निगरानी भारी उद्योग विभाग द्वारा की जाती है। इसमें चार फोकस क्षेत्र हैं, जैसे प्रौद्योगिकी विकास, मांग निर्माण, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और पायलट परियोजनाएं।