तमिलनाडु में डेनिश किले का जीर्णोधार किया जाएगा
थारंगमबाड़ी (Tharangambadi), जिसे ट्रांक्यूबार (Tranquebar) के नाम से भी जाना जाता है, में एक 400 साल पुराना डेनिश किला है, जिसका 3.5 करोड़ की लागत से जीर्णोधार किया जाएगा।
डेनिश किले का इतिहास
डेनिश लोगों ने 1620 में थारंगमबाड़ी में डेनिश किले का निर्माण किया था, जिसे डेनिश भाषा में ‘फोर्ट डांसबोर्ग’ (Fort Dansborg) भी कहा जाता है। इस किले का उपयोग डेनिश ईस्ट इंडिया कंपनी (Danish East India Company) के सैनिकों के लिए बेस के रूप में किया गया था, जिन्होंने कोरोमंडल तट के साथ एक कॉलोनी स्थापित की थी। बाद में, इसका प्रशासन अंग्रेजों को और फिर आजादी के बाद भारत को सौंप दिया गया। तब से, इस किले को अब एक संग्रहालय में बदल दिया गया है, जो पर्यटन विभाग द्वारा प्रबंधित 16वीं शताब्दी की कलाकृतियों को प्रदर्शित करता है।
परियोजना का विवरण
इस परियोजना के चार महीने में शुरू होने और 10 महीने तक चलने की उम्मीद है। इस पहल में 6 हाई-मास्ट लाइटें लगाना, 226 मीटर लंबी पेवर ब्लॉक सड़क का निर्माण करना, एक सैनिटरी कॉम्प्लेक्स की स्थापना करना और स्ट्रीट वेंडर्स को अपना व्यवसाय करने के लिए प्रावधान करना शामिल है। अधिकारी चिल्ड्रन पार्क और सीसीटीवी कैमरे लगाने पर भी विचार कर रहे हैं।
पर्यटन पर प्रभाव
इस परियोजना से जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में मदद मिलेगी। इस किले का अंतिम जीर्णोद्धार कार्य 2011 में किया गया था। नए जीर्णोद्धार कार्य के साथ, किले द्वारा और अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने की उम्मीद है, और बच्चों के पार्क और सड़क विक्रेताओं की व्यवस्था अतिरिक्त राजस्व अवसर प्रदान करेगी।