खजुराहो ने पहली G20 कल्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक की मेजबानी की

मध्य प्रदेश राज्य में स्थित यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो पहली संस्कृति कार्य समूह की बैठक की मेजबानी कर रहा है। इस बैठक में विदेशों से 125 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। पदम श्री नेक राम भी इस बैठक में शामिल हुए। उन्हें “Millet man” के रूप में जाना जाता है।

खजुराहो (Khajuraho)

यह हिंदू और जैन मंदिरों का एक समूह है। वे चंदेल वंश के दौरान 1000 सीई में बनाए गए थे। चंदेल काल में 85 से अधिक मंदिर थे। दुर्भाग्य से इनमें से केवल 12 मंदिर ही बचे हैं। कंदरिया महादेव मंदिर उन 12 मंदिरों में से एक है जो बच गए हैं। इस मंदिर के विभिन्न प्रतीक हैं और यह भारतीय कला की समृद्धि को प्रदर्शित करता है।

खजुराहो का महत्व

मंदिरों का निर्माण ब्रह्मचारियों ने करवाया था। वे एक ही समय में बनाए गए थे। हालाँकि, पूरा होने के बाद हिंदू और जैन धर्म दोनों को समर्पित थे। यह मध्ययुगीन काल से भारत के विभिन्न धर्मों की स्वीकृति को दर्शाता है।

चंदेल राजवंश

उन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र पर शासन किया। वे राजपूत वंश के थे।

खजुराहो नृत्य महोत्सव

खजुराहो ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव की भी मेजबानी की। यह त्योहार आजादी का अमृत महोत्सव का एक हिस्सा है। यह मध्य प्रदेश सरकार और संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित किया गया था। पहला खजुराहो नृत्य उत्सव 1975 में शुरू हुआ। विभिन्न नृत्य शैलियों जैसे मणिपुरी, भरतनाट्यम, कथक, कथकली, कुचिपुड़ी आदि के कई नृत्य कलाकारों ने इस उत्सव में भाग लिया।

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