आज से शुरू होगा दूसरा राष्ट्रीय सिकल सेल सम्मेलन (National Sickle Cell Conclave)
जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा 19 जून को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस 2021 (World Sickle Cell Awareness Day 2021) के अवसर पर दूसरे राष्ट्रीय सिकल सेल सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
राष्ट्रीय सिकल सेल सम्मेलन (National Sickle Cell Conclave)
यह कॉन्क्लेव हर साल विश्व सिकल सेल दिवस को चिह्नित करने के लिए आयोजित किया जाता है। यह जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की), अपोलो हॉस्पिटल्स, नोवार्टिस, पिरामल फाउंडेशन आदि के सहयोग से आयोजित किया जाता है।
सिकल सेल रोग (Sickle Cell Disease – SCD) क्या है?
एससीडी सबसे प्रचलित विरासत में मिला (inherited) रक्त विकार या आनुवंशिक लाल रक्त कोशिका विकार है। सिकल सेल विकार वाले लोगों के पास पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाती हैं। यह भारत में कई आदिवासी आबादी समूहों के बीच व्यापक है। कई लागत प्रभावी हस्तक्षेपों ने भारत में SCD से रुग्णता और मृत्यु दर को कम किया है। हालांकि, जनजातीय क्षेत्रों में SCD की देखभाल तक पहुंच सीमित है। SCD मुख्य रूप से झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पश्चिमी ओडिशा, पूर्वी गुजरात और उत्तरी तमिलनाडु और केरल की नीलगिरी पहाड़ियों में प्रचलित है।
विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस (World Sickle Cell Awareness Day)
विश्व सिकल सेल दिवस हर साल 19 जून को मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 22 दिसंबर, 2008 को सिकल सेल रोग को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में मान्यता देने के लिए एक प्रस्ताव अपनाया।