आयुध निर्माणी बोर्ड (Ordnance Factory Board) का पुनर्गठन किया जायेगा
सरकार ने आयुध निर्माणी बोर्ड (Ordnance Factory Board) को भंग करने के अपने निर्णय को मंजूरी दे दी है और इसे 7 नए रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) द्वारा प्रतिस्थापित किया जायेगा। जो भारत में 41 आयुध कारखानों की देखरेख करेगा। ये सात संस्थाएं 100% सरकार के स्वामित्व में होंगी।
पुनर्गठन का उद्देश्य
- यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनने के दृष्टिकोण से लिया गया है।
- यह आयुध निर्माणी बोर्ड की दक्षता और जवाबदेही में सुधार करेगा।
- आयुध कारखानों को उत्पादक और लाभदायक संपत्तियों में बदलने के उद्देश्य से आयुध निर्माणी बोर्ड का पुनर्गठन किया जाएगा।
- यह उत्पाद श्रृंखला में उनकी विशेषज्ञता को गहरा करेगा, प्रतिस्पर्धा को बढ़ाएगा और गुणवत्ता और लागत-दक्षता में सुधार करेगा।
- 41 आयुध कारखानों द्वारा उत्पादित किए जा रहे उत्पादों के विभिन्न कार्यक्षेत्रों के लिए सात संस्थाएं जिम्मेदार होंगी।
- गोला-बारूद और विस्फोटक समूह गोला-बारूद के उत्पादन में लगे रहेंगे।
- वाहन समूह रक्षा गतिशीलता और लड़ाकू वाहनों के उत्पादन में संलग्न होगा।
आयुध निर्माणी बोर्ड (Ordnance Factory Board – OFB)
OFB ने भारतीय आयुध कारखानों शामिल है, यह एक सरकारी एजेंसी है जो रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग के तहत काम करती है। यह वायु, भूमि और समुद्री प्रणालियों में उत्पाद श्रृंखला के अनुसंधान, विकास, परीक्षण, उत्पादन, विपणन और लॉजिस्टिक्स में कार्यरत्त है। इसमें 41 आयुध कारखाने, 9 प्रशिक्षण संस्थान, 3 क्षेत्रीय विपणन केंद्र और 4 क्षेत्रीय सुरक्षा नियंत्रक शामिल हैं। अब, OFB को 7 नए रक्षा PSU द्वारा रीप्लेस किया जाएगा।