भारत का जैविक कृषि उत्पादों का निर्यात 2020-21 में 51% बढ़ा
वाणिज्य सचिव अनूप वाधवन (Anup Wadhawan) के अनुसार, भारत के जैविक कृषि उत्पादों का निर्यात 2020-21 में बढ़कर 51% हो गया है।
मुख्य बिंदु
- 2020 में 689 मिलियन डॉलर की तुलना में पिछले वित्त वर्ष में जैविक उत्पादों के आउटबाउंड शिपमेंट में 1,040 मिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है।
- पिछले वित्त वर्ष में कृषि निर्यात 17% बढ़कर 25 अरब डॉलर हो गया है।
- पिछले वित्त वर्ष में जैविक उत्पादों का निर्यात 39% बढ़कर 8,88,179 टन पर पहुंच गया।
- भेजे गए जैविक उत्पादों में भोजन, तिलहन, बाजरा, अनाज, मसाले और मसाले, चाय, सूखे मेवे, चीनी, कॉफी और औषधीय पौधों के उत्पाद शामिल हैं।
भारत में जैविक खेती (Organic Farming in India)
भारत में जैविक खेती फिलहाल प्रारंभिक अवस्था में है। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार, मार्च, 2020 तक 2.78 मिलियन हेक्टेयर कृषि भूमि जैविक खेती के अधीन थी। यह भारत में 140.1 मिलियन हेक्टेयर शुद्ध बुवाई क्षेत्र का सिर्फ 2% है। कुछ राज्यों ने अपने जैविक खेती कवरेज में सुधार किया है। इस क्षेत्र का अधिकांश भाग मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे कुछ राज्यों में ही केंद्रित है। ये राज्य जैविक खेती के तहत आधे क्षेत्र को कवर करते हैं। जैविक खेती के तहत 0.76 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र के साथ मध्य प्रदेश सूची में सबसे ऊपर है, जो भारत के कुल जैविक खेती क्षेत्र के 27% के बराबर है।