Nagoba Jatara गोंड जनजातियों के Mesram कबीले का आठ दिवसीय आदिवासी उत्सव है जो तेलंगाना के आदिलाबाद जिले के केसलापुर गांव में मनाया जाता है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा आदिवासी उत्सव है, Sammakka Saralamma Jatara के बाद। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, कर्नाटक, झारखंड और मध्य प्रदेश के आदिवासी लोग भी इसमें भाग लेते हैं। इस उत्सव के देवता 'Nagoba' (श्री शेष - नाग) हैं। अनुष्ठानों में गोदावरी नदी से पवित्र जल लाना और 'भेटिंग' समारोह शामिल है, जिसमें नई दुल्हनों का कबीले से परिचय कराया जाता है। गोंड जनजाति के नर्तकों द्वारा किया जाने वाला Gusadi Dance मुख्य आकर्षण है।
This Question is Also Available in:
Englishಕನ್ನಡमराठी