मलिक सरवर, जो सुल्तान नासिरुद्दीन महमूद शाह तुगलक के शासन में दिल्ली सल्तनत की सेवा में एक हिजड़ा थे, उन्होंने 1394 में जौनपुर सल्तनत की स्थापना की। कुशल राजनीतिक व्यक्तित्व के रूप में उन्हें "मलिक-उश-शर्क" यानी "पूरब का स्वामी" की उपाधि मिली। एक अर्ध-स्वतंत्र शासक के रूप में उनका शासन उत्तर भारत में एक प्रभावशाली सल्तनत की नींव बना।
This Question is Also Available in:
English