भारत के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा 7 मई को जारी सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (SRS) 2021 रिपोर्ट के अनुसार, भारत की कुल प्रजनन दर (TFR) यानी प्रति महिला औसतन बच्चों की संख्या 2020 और 2021 दोनों वर्षों में 2.0 पर स्थिर रही। बिहार में TFR सबसे अधिक 3.0 दर्ज की गई, जबकि दिल्ली और पश्चिम बंगाल में यह सबसे कम 1.4 रही। 0 से 14 वर्ष के बच्चों की जनसंख्या का हिस्सा 1971 में 41.2% से घटकर 2021 में 24.8% हो गया। कार्यशील आयु वर्ग (15 से 59 वर्ष) की जनसंख्या 53.4% से बढ़कर 66.2% हो गई। 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के बुजुर्गों की संख्या 5.3% से बढ़कर 5.9% हो गई, जबकि 60 वर्ष और उससे अधिक आयु वालों की संख्या 6% से बढ़कर 9% हो गई। केरल में बुजुर्गों की आबादी सबसे अधिक 14.4% रही, इसके बाद तमिलनाडु में 12.9% और हिमाचल प्रदेश में 12.3% दर्ज की गई। बिहार, असम और दिल्ली में बुजुर्गों की आबादी सबसे कम रही, जो क्रमशः 6.9%, 7% और 7.1% थी। महिलाओं की प्रभावी विवाह की औसत आयु 1990 में 19.3 वर्ष से बढ़कर 2021 में 22.5 वर्ष हो गई।
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