भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के शिलालेख विशेषज्ञों ने हाल ही में 13वीं सदी के सिंहाचलम मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति के ऊपर एक तेलुगु शिलालेख खोजा। सिंहाचलम मंदिर, जिसे वराह लक्ष्मी नरसिंह मंदिर भी कहा जाता है, विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश में स्थित है। यह मंदिर विष्णु के नरसिंह अवतार को समर्पित है और इसे 11वीं सदी में ओडिशा के गजपति शासकों ने प्रारंभिक रूप से बनवाया था। इस मंदिर का जीर्णोद्धार वेंगी चालुक्य और बाद में 13वीं सदी में पूर्वी गंगा वंश के नरसिंह प्रथम ने कराया। इसकी वास्तुकला में कलिंग और द्रविड़ शैलियों का मेल है, जिसमें पत्थर का रथ, जटिल नक्काशी और विष्णु के अवतारों और शाही आकृतियों की मूर्तियां शामिल हैं।
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