भारत 2026 तक समुद्र की गहराई में संसाधनों की खोज के लिए अपना पहला मानवयुक्त गहरे समुद्र का मिशन शुरू करेगा जिसका नाम समुद्रयान है। यह मिशन डीप ओशन मिशन का हिस्सा है और इसमें स्वदेशी रूप से विकसित पनडुब्बी वाहन मत्स्य 6000 का उपयोग किया जाएगा। मत्स्य 6000 चौथी पीढ़ी का मानवयुक्त पनडुब्बी वाहन है जिसे चेन्नई स्थित राष्ट्रीय समुद्र प्रौद्योगिकी संस्थान (NIOT) ने डिजाइन किया है। यह वाहन तीन लोगों को ले जा सकता है और 12 घंटे तक संचालन कर सकता है जबकि आपात स्थिति में यह 96 घंटे तक काम कर सकता है। मिशन के दौरान मत्स्य 6000 को तैनात करने और वापस लाने के लिए अनुसंधान पोत सागर निधि का उपयोग किया जाएगा।
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