संवत्सरी, जैन धर्म के पवित्र पर्व पर्युषण का सबसे महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन जैन समुदाय क्षमा, करुणा, प्रायश्चित और आत्मशुद्धि की भावना के साथ मनाता है। जैन लोग परिवार, मित्रों और दूसरों से जाने-अनजाने हुई भूलों के लिए क्षमा मांगते हैं। यह दिन आत्ममंथन, विनम्रता और अहिंसा के सिद्धांतों को मजबूत करता है।
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