केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने गुजरात के सूरत के कोसांबा में गोल्डी सोलर की नई सुविधा में भारत की पहली AI-संचालित सौर निर्माण लाइन शुरू की। यह सुविधा सटीकता, विस्तार और दक्षता बढ़ाकर भारत के नेट-जीरो लक्ष्य को समर्थन देती है। संयंत्र की नियोजित उत्पादन क्षमता 14 GW है और इसमें उद्योग की पहली AI नवाचार तकनीक शामिल है। हाई-स्पीड स्ट्रिंगर्स AI ऑटोमेशन का उपयोग करके प्रति घंटे 10,000 सौर सेल न्यूनतम त्रुटियों और अपशिष्ट के साथ तैयार करते हैं। AI-संचालित ऑटोमेटेड ऑप्टिकल इंस्पेक्शन (AOI) वास्तविक समय में दोषों का पता लगाता है।
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