1938 में भारत के राष्ट्रीय खेलों में पहली बार कबड्डी को शामिल किया गया। भारत ने कबड्डी को एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1920 के दशक में पहली संगठित प्रतियोगिताएं हुईं। 1938 में इसे राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया गया। 1950 में ऑल इंडिया कबड्डी फेडरेशन की स्थापना हुई और 1951 में नई दिल्ली में आयोजित पहले एशियाई खेलों में इसे प्रदर्शन खेल के रूप में खेला गया। इन प्रयासों से इस पारंपरिक ग्रामीण खेल को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के लिए औपचारिक रूप दिया गया।
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