कलकत्ता अधिवेशन 1920
असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव 1920 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में पारित किया गया था। महात्मा गांधी के नेतृत्व में चले इस आंदोलन का उद्देश्य पूर्ण स्वराज या आत्म-शासन प्राप्त करना था। यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक नया चरण था क्योंकि यह अहिंसक प्रतिरोध या सत्याग्रह के सिद्धांत पर आधारित था।
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