भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य में भूमि अधिग्रहण को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर उच्च न्यायालय ने दक्षिण पश्चिम रेलवे और सर्वेक्षण एवं भूमि अभिलेख निदेशालय (DSLR) को नोटिस जारी किया। यह अभयारण्य पश्चिमी घाट में गोवा की पूर्वी सीमा पर स्थित है और 240 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। पहले इसे मोल्लेम गेम अभयारण्य कहा जाता था। 1969 में इसे वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया और बाद में भगवान महावीर नाम दिया गया। इसमें मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान भी शामिल है और यह दूधसागर जलप्रपात, डेविल्स कैन्यन, तांबड़ी सुरला मंदिर सहित कई ऐतिहासिक स्थलों का घर है।
This Question is Also Available in:
Englishमराठीಕನ್ನಡ