बंदे मातरम एक भारतीय राष्ट्रवादी प्रकाशन था, जिसे सितंबर 1909 में पेरिस इंडियन सोसाइटी ने पेरिस से शुरू किया था। मैडम भीकाजी कामा द्वारा स्थापित इस पत्र का उद्देश्य भारत में राष्ट्रवादी आंदोलन को बढ़ावा देना और ब्रिटिश भारतीय सेना के सिपाहियों की निष्ठा को प्रभावित करना था। इसे ब्रिटिश सरकार द्वारा बंकिम चटर्जी की राष्ट्रवादी कविता "वंदे मातरम" पर लगाए गए प्रतिबंध के जवाब में शुरू किया गया था और इसने पहले लंदन से प्रकाशित "द इंडियन सोशियोलॉजिस्ट" के संदेश को आगे बढ़ाया।
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