मनी लॉन्ड्रिंग की प्रक्रिया आमतौर पर तीन चरणों में होती है: प्लेसमेंट, लेयरिंग और एकीकरण। प्लेसमेंट में अवैध धन को वैध वित्तीय प्रणाली में प्रवेश कराया जाता है। लेयरिंग के जरिए कई लेन-देन और बहीखाते की तरकीबों से धन के स्रोत को छिपाया जाता है। एकीकरण में इस स्वच्छ किए गए धन को वैध खाते से निकालकर इच्छित उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
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