इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO)
हाल ही में,इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) ने श्रीहरिकोटा से PSLV-C61 मिशन लॉन्च किया था, जिसका उद्देश्य EOS-09 सैटेलाइट को सन-सिंक्न्रोनस पोलर ऑर्बिट में स्थापित करना था। यह मिशन तीसरे चरण में आई तकनीकी खराबी के कारण असफल रहा। PSLV यानी पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल एक चार-चरणीय रॉकेट है जिसे ISRO ने डिजाइन किया है। इसका उपयोग मुख्य रूप से पृथ्वी अवलोकन के लिए उपग्रहों को सन-सिंक्न्रोनस पोलर ऑर्बिट में स्थापित करने के लिए किया जाता है। यह रॉकेट ठोस और तरल ईंधन वाले चरणों का क्रमिक उपयोग करता है जिससे सटीकता मिलती है। पहला चरण HTPB-आधारित ठोस ईंधन का उपयोग करता है और XL संस्करण में इसमें छह स्ट्रैप-ऑन बूस्टर होते हैं जो 4.8 मेगान्यूटन थ्रस्ट पैदा करते हैं। दूसरा चरण तरल ईंधन पर चलता है जिसमें विकास इंजन UDMH और नाइट्रोजन टेट्रॉक्साइड (N₂O₄) का उपयोग करता है और लगभग 8 मेगान्यूटन थ्रस्ट उत्पन्न करता है। तीसरा चरण फिर से ठोस HTPB ईंधन का उपयोग करता है। चौथा चरण दो तरल इंजन से लैस होता है जो मोनोमेथाइलहाइड्राजीन (MMH) और मिक्स्ड ऑक्साइड्स ऑफ नाइट्रोजन (MON) जलाते हैं।
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