पल्लव राजा महेन्द्रवर्मन I को चालुक्य राजा पुलकेशिन II ने पराजित किया था। हालांकि, महेन्द्रवर्मन I के पुत्र नरसिंहवर्मन I ने 642 ईस्वी में वातापी के युद्ध में पुलकेशिन II को हराकर और उसका वध कर अपने पिता का बदला लिया और चालुक्य राजधानी वातापी पर कब्जा कर लिया। इस प्रकार उन्होंने 'वातापीकोंडा' (वातापी का विजेता) की उपाधि धारण की।
This Question is Also Available in:
English