माइकल फैराडे ने 1825 में प्रकाशित गैस के उत्पादन से प्राप्त तैलीय अवशेष से बेंजीन को अलग कर उसकी पहचान की और इसे "बाइकार्ब्यूरिट ऑफ हाइड्रोजन" नाम दिया। 1833 में आइन्हार्ड मिट्शरलिच ने गोंद बेंजोइन से प्राप्त बेंजोइक अम्ल और चूना को आसुत कर बेंजीन तैयार किया और इसे "बेंज़िन" नाम दिया।
This Question is Also Available in:
English