दिल्ली सल्तनत में चार प्रमुख विभाग थे — दीवान-ए-विजारत जो वज़ीर का कार्यालय था और वित्तीय कार्य भी संभालता था, दीवान-ए-इंशा पत्राचार से संबंधित था, दीवान-ए-अर्ज सैन्य विभाग था और दीवान-ए-रिसालत धार्मिक मामलों से जुड़ा था। दीवान-ए-अर्ज की स्थापना बलबन ने की थी। यह विभाग 'अर्ज-ए-मुमालिक' के अधीन था लेकिन सेना का सर्वोच्च सेनापति सुल्तान ही होता था। बलबन ने यह सुधार मंगोलों के लगातार खतरे के चलते किए थे जो उस समय पंजाब में सक्रिय थे।
This Question is Also Available in:
English