अंडाणु का निषेचन टेस्ट ट्यूब में होता है लेकिन इसका विकास गर्भाशय में होता है
टेस्ट ट्यूब बेबी वह शिशु होता है जिसे महिला के शरीर के बाहर वैज्ञानिक प्रक्रिया इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) के माध्यम से गर्भधारण कराया जाता है। यह पूरी प्रक्रिया प्रयोगशाला में की जाती है। इसमें मां के अंडाशय से अंडाणु लेकर पिता के शुक्राणुओं से निषेचित किया जाता है।
इसके बाद निषेचित अंडाणुओं को 2 से 6 दिन तक विकसित किया जाता है और टेस्ट ट्यूब में 2 से 4 बार विभाजित होने दिया जाता है, इसलिए इसे टेस्ट ट्यूब बेबी कहा जाता है। फिर इन अंडाणुओं को मां के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है, जहां यह सामान्य रूप से विकसित हो सकता है। इसका उद्देश्य सफल गर्भावस्था सुनिश्चित करना होता है।
This Question is Also Available in:
English