जैन धर्म, एक प्राचीन भारतीय धर्म, दो मुख्य संप्रदायों में विभाजित है - श्वेतांबर और दिगंबर। एक अनोखी विशेषता के रूप में, श्वेतांबर 19वें तीर्थंकर मल्लिनाथ को महिला मानते हैं। हालांकि, यह मान्यता दिगंबर संप्रदाय में नहीं है। इस दृष्टिकोण की विविधता दिखाती है कि कैसे एक ही धार्मिक समुदाय में भी जटिलताएं और विविधताएं होती हैं।
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