शेख़ नसीरुद्दीन महमूद
नसीरुद्दीन महमूद चिराग-ए-दिल्ली (1274-1356) चौदहवीं सदी के एक सूफी संत और रहस्यवादी कवि थे। वे प्रसिद्ध सूफी संत हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया के मुरीद और बाद में उनके उत्तराधिकारी बने। वे दिल्ली में चिश्ती सिलसिले के अंतिम प्रमुख सूफी संत थे। उन्हें "रोशन चिराग-ए-दिल्ली" की उपाधि दी गई, जिसका अर्थ है "दिल्ली का प्रकाशमान दीपक"।
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