गले में विशेष रूप से श्वास नली या ट्रेकिया में उपास्थि के छल्ले होते हैं जो वायु मार्ग को धंसने से बचाते हैं। ये अर्धवृत्ताकार छल्ले संरचनात्मक सहारा देते हैं जिससे श्वास प्रक्रिया के दौरान दबाव में बदलाव के बावजूद वायु मार्ग खुला रहता है। यह फेफड़ों तक हवा के निर्बाध प्रवाह के लिए बहुत जरूरी है।
This Question is Also Available in:
English