WHO ने घोषणा की कि अगले वर्ष से 10 जनवरी को "आयुष मेडिकल कोडिंग और रिकॉर्ड्स डे" के रूप में मनाया जाएगा। यह घोषणा भारत के देहरादून में 10वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस में की गई थी। आयुष में पारंपरिक प्रथाएं जैसे योग, प्राकृतिक चिकित्सा, आयुर्वेद, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी शामिल हैं। केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (CCRAS) इस आयोजन का नेतृत्व करेगी। हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा धरोहर संस्थान (NIIMH), जो भारत में WHO का सहयोग केंद्र है, CCRAS के साथ मिलकर काम करेगा। उनका लक्ष्य पारंपरिक स्वास्थ्य हस्तक्षेपों के क्षमता निर्माण और वैश्विक वर्गीकरण के लिए एक रोडमैप तैयार करना है। यह पहल साक्ष्य-आधारित पारंपरिक चिकित्सा और प्राचीन प्रणालियों के वैश्विक एकीकरण को बढ़ावा देती है।
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