‘पढ़े भारत अभियान’ (Padhe Bharat Campaign) लांच किया गया
1 जनवरी, 2022 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ‘पढ़े भारत’ नामक 100 दिवसीय पठन अभियान की शुरुआत की।
मुख्य बिंदु
- ‘पढ़े भारत’ अभियान छात्रों के सीखने के स्तर में सुधार के लिए शुरू किया गया है।
- यह सीखने के स्तर में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि यह रचनात्मकता, महत्वपूर्ण सोच, शब्दावली के साथ-साथ लिखित और मौखिक रूपों में व्यक्त करने की क्षमता विकसित करता है।
- यह बच्चों को उनके परिवेश और वास्तविक जीवन की स्थिति से संबंधित करने में मदद करेगा।
इस अभियान के तहत किन बच्चों को शामिल किया जाएगा?
इस अभियान के तहत बालवाटिका में कक्षा आठ तक पढ़ने वाले बच्चों को शामिल किया जाएगा।
यह अभियान कब तक चलेगा?
‘पढ़े भारत’ अभियान की शुरुआत 1 जनवरी, 2022 को हुई थी। यह 100 दिनों या 14 सप्ताह के लिए आयोजित किया जाएगा। इसका समापन 10 अप्रैल, 2022 को होगा।
अभियान का उद्देश्य
इस अभियान की शुरुआत बच्चों, शैक्षिक प्रशासकों, शिक्षकों, माता-पिता, समुदाय आदि सहित राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर सभी हितधारकों की भागीदारी को शामिल करने के उद्देश्य से की गई थी।
अभियान के तहत गतिविधियां
- 100 दिनों के अभियान के तहत, प्रति सप्ताह प्रति समूह एक गतिविधि तैयार की गई है, जिसका उद्देश्य पठन को सुखद बनाना और पढ़ने के आनंद के साथ आजीवन जुड़ाव बनाना है।
- मंत्रालय ने इस पठन अभियान के साथ-साथ गतिविधियों के आयु-उपयुक्त साप्ताहिक कैलेंडर पर एक व्यापक दिशानिर्देश तैयार किया है। सभी दिशा-निर्देश राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को साझा किए गए हैं।
आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक मिशन (Foundational Literacy & Numeracy Mission)
इस पठन अभियान को “मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक मिशन” के लक्ष्यों और दृष्टि के साथ भी जोड़ा गया है।
भारतीय भाषाएँ
यह अभियान मातृभाषा, स्थानीय भाषा या क्षेत्रीय भाषाओं जैसी भारतीय भाषाओं पर भी ध्यान केंद्रित करेगा। इस लक्ष्य के अनुरूप, अभियान को “अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस” के साथ भी एकीकृत किया गया है, जो 21 फरवरी को मनाया जाता है। भारत में बच्चों को उनकी मातृभाषा या स्थानीय भाषा में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके इस दिन को “कहानी पढो अपनी भाषा में” गतिविधि के साथ मनाया जाएगा।