ADB ने भारत की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 10% किया
एशियाई विकास बैंक (ADB) ने 2021-22 में भारत की GDP वृद्धि के अपने पूर्वानुमान को घटाकर 10% कर दिया है, जो पहले 11% अनुमानित था।
मुख्य बिंदु
- सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि इसलिए कम हो गई क्योंकि आर्थिक दृष्टिकोण पर नकारात्मक जोखिम हावी हो रहे थे।
- ADB ने यह भी कहा कि, बढ़ती इनपुट लागत मुद्रास्फीति को 5.5% की तेज गति से बढ़ा रही है, जबकि पहले यह 5.2% अनुमानित थी।
- मानसून की कमी से मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ेगा।
- ADB के अनुसार, अर्थव्यवस्था ‘शेष तीन तिमाहियों में जोरदार रिकवरी करेगी और 2022-23 में 7.5% तक पहुंचने से पहले पूरे वित्तीय वर्ष में 10% की वृद्धि होगी।
एशियाई विकास बैंक (ADB)
एडीबी एक क्षेत्रीय विकास बैंक है। इसकी स्थापना 19 दिसंबर, 1966 को हुई थी। इसका मुख्यालय फिलीपींस में है। ADB के दुनिया भर में 31 फील्ड ऑफिस भी हैं। यह बैंक एशिया में सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है।
ADB के सदस्य
ADB “United Nations Economic and Social Commission for Asia and the Pacific (UNESCAP)” और गैर-क्षेत्रीय विकसित देशों के सदस्यों को स्वीकार करता है । इसकी स्थापना के समय 31 सदस्य थे जो अब बढ़कर 68 हो गए हैं।
पृष्ठभूमि
ADB को विश्व बैंक की तर्ज पर बारीकी से तैयार किया गया था। इसकी भारित मतदान प्रणाली भी विश्व बैंक के समान है, जहां सदस्यों की पूंजी सदस्यता के अनुपात में वोट वितरित किए जाते हैं।