स्काईरूट एयरोस्पेस बनी फुल सॉलिड प्रोपल्शन रॉकेट स्टेज का परीक्षण करने वाली पहली भारतीय निजी अन्तरिक्ष कंपनी
भारत की निजी अन्तरिक्ष कंपनी स्काईरूट ने हाल ही में एक और सफलता हासिल कर ली है। स्काईरूट एयरोस्पेस फुल सॉलिड प्रोपल्शन रॉकेट स्टेज का परीक्षण करने वाली भारत की पहली निजी अन्तरिक्ष कंपनी बन गई है। स्काईरूट एयरोस्पेस ने सॉलिड प्रोपल्शन रॉकेट स्टेज ‘कलाम -5’ का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
मुख्य बिंदु
इस प्रोपल्शन स्टेज रॉकेट को कंपनी द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है। कलाम-5 का निर्माण एडवांस्ड कार्बन कम्पोजिट स्ट्रक्चर से पूरी तरह से स्वचालित प्रक्रिया के द्वारा किया गया है।
इस सॉलिड प्रोपल्शन रॉकेट स्टेज में 9 विभिन्न विनिर्माण प्रक्रियाओं का उपयोग किया गया है। इसमें 15 विभिन्न उन्नत सामग्रियों का उपयोग किया गया है। कलाम-5 के सफल परीक्षण से कंपनी को अपने विक्रम-1 व्हीकल के निर्माण में सहायता मिलेगी।
विक्रम-1 लॉन्च व्हीकल के तीसरे चरण (कलाम-100) का परीक्षण कुछ महीनों बाद इसरो की फैसिलिटी में किया जायेगा। ‘विक्रम-I’ एक निर्माणाधीन राकेट है, यह स्काईरूट कंपनी का पहला लॉन्च व्हीकल है। स्काईरूट ने इसरो की मदद से दिसंबर 2021 तक इसे लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है।
कलाम-5 एक डेमोंस्ट्रेशन सॉलिड रॉकेट प्रोपल्शन स्टेज है जिसमें विक्रम-1 प्रक्षेपण यान के तीन सॉलिड स्टेज की तरह सामग्री, प्रणोदक और इंटरफेस है।
स्काईरूट एयरोस्पेस
यह भारत की एक निजी एयरोस्पेस कंपनी है और हैदराबाद में बेस्ड है। इस कंपनी की स्थापना वर्ष 2018 में की गई थी और इसने पहली बार अगस्त, 2020 में एक ऊपरी चरण के रॉकेट इंजन ‘रमन’ का परीक्षण किया था। यह कंपनी विक्रम स्मॉल लिफ्ट लॉन्च वाहनों की अपनी लांच करने की योजना बना रही है।