सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉब्सन, ओमार याघी
2025 का रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार सुसुमु कितागावा (क्योटो विश्वविद्यालय), रिचर्ड रॉब्सन (मेलबर्न विश्वविद्यालय) और ओमार याघी (कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले) को दिया गया। उन्हें मेटल–ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क्स (MOFs) के विकास के लिए सम्मानित किया गया, जो धातु आयनों और कार्बनिक अणुओं से बने झरझरे क्रिस्टल हैं। MOFs विशिष्ट पदार्थों को संग्रहित और पकड़ सकते हैं, रासायनिक अभिक्रियाएँ करा सकते हैं तथा विद्युत प्रवाहित कर सकते हैं। रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार 1901 से दिया जा रहा है और अब तक 195 लोग इसे प्राप्त कर चुके हैं, जिनमें केवल 8 महिलाएँ हैं।
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