प्रथम फाउंडेशन द्वारा जारी वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट (ASER) 2024 के अनुसार, महामारी के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता और गणित में सुधार हुआ है। कक्षा 3 के छात्रों में बुनियादी गणितीय कौशल रखने वाले छात्रों का प्रतिशत 2022 में 25.9 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 7 प्रतिशत हो गया है और सरकारी स्कूलों में अधिक प्रगति हुई है। कक्षा 5 के छात्रों में कक्षा 2 के स्तर पर पढ़ने वाले छात्रों का प्रतिशत 2024 में 8 प्रतिशत हो गया है, जो 2022 में 38.5 प्रतिशत था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने पढ़ाई और गणित में बुनियादी कौशल को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ा है और छात्र एवं शिक्षक की उपस्थिति में सुधार हुआ है। प्रौद्योगिकी तक पहुंच का विस्तार हुआ है जिसमें 90 प्रतिशत किशोरों के पास स्मार्टफोन हैं लेकिन उनमें से केवल 57 प्रतिशत ही इसे शिक्षा के लिए उपयोग करते हैं। कर्नाटक, गुजरात और केरल जैसे राज्यों में पूर्व-प्राथमिक नामांकन उच्च है।
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