जैविक नियंत्रण में प्राकृतिक शत्रुओं का उपयोग करके मच्छरों की संख्या नियंत्रित की जाती है। इसमें ऐसे शिकारी मछलियाँ प्रभावी होती हैं जो मच्छरों के लार्वा खाती हैं, जैसे गैम्बूसिया अफिनिस (मच्छर मछली) और कुछ साइप्रिनिड्स (कार्प और मिनोज़)। इसके लिए शिकार और शिकारी के संबंध का सही अध्ययन आवश्यक होता है।
This Question is Also Available in:
English