सिखों के तीसरे गुरु, गुरु अमरदास जी ने महिलाओं की स्थिति को ऊंचा किया और उन्हें पुरुषों के समान अधिकार दिए। समाज के लिए उनके योगदान इस प्रकार हैं:
c) सिख धर्म के प्रचार के लिए 94 पुरुषों को मंजी और 52 महिलाओं को पीरी के रूप में नियुक्त कर मंजी और पीरी प्रणाली शुरू की।
d) आनंद साहिब की रचना की, जो नितनेम (दैनिक प्रार्थनाओं) का हिस्सा है।
This Question is Also Available in:
English