त्रिपुरा का रंगाछेरा गांव राज्य का पहला ग्रीन गांव बना है। यह उपलब्धि राज्य सरकार की पहल से संभव हुई है। त्रिपुरा नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (TREDA) ने इस परियोजना को लगभग 1.25 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया। मोहनपुर उपखंड के अंतर्गत आने वाले इस गांव में सौर ऊर्जा संयंत्र और सौर जल शुद्धिकरण प्रणाली लगाई गई है। साथ ही गांव के घरों में सौर होम लाइटिंग सिस्टम भी दिए गए हैं। यह सौर संयंत्र त्रिपुरा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड के ग्रिड से जुड़ा है और अतिरिक्त बिजली राज्य ग्रिड को भेजी जाती है। झारखंड और बिहार से आए कई प्रवासियों सहित गांव के लोग अब सौर जल शुद्धिकरण प्रणाली से शुद्ध पेयजल प्राप्त कर रहे हैं।
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