डांडिया गुजरात और राजस्थान का पारंपरिक लोकनृत्य है। गरबा के साथ यह नवरात्रि की शामों में विशेष रूप से किया जाता है। यह नृत्य मूल रूप से भक्ति भाव से किए जाने वाले गरबा नृत्य से उत्पन्न हुआ, जो हमेशा दुर्गा माता के सम्मान में प्रस्तुत किया जाता था। यह देवी दुर्गा और महिषासुर के बीच हुए युद्ध का प्रतीकात्मक रूप है। इस नृत्य में इस्तेमाल होने वाली लकड़ियां देवी दुर्गा की तलवारों का प्रतीक मानी जाती हैं।
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