हाल ही में मधुबनी और गोंड कला के कलाकारों ने राष्ट्रपति भवन में 'कलाकार आवास कार्यक्रम – कला उत्सव' के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। गोंड कला मुख्य रूप से मध्य प्रदेश और आसपास के मध्य भारतीय राज्यों में रहने वाले परधान गोंड जनजातियों द्वारा की जाती है। यह एक जनजातीय कला है जो लोककथाओं और रीति-रिवाजों से जुड़ी होती है। पहले इसे घरों की दीवारों पर लोककथाओं और प्रकृति से जुड़ी चित्रों के रूप में चित्रित किया जाता था। वहीं मधुबनी कला, जिसे मिथिला चित्रकला भी कहा जाता है, बिहार के मिथिला क्षेत्र से उत्पन्न हुई है। यह पारंपरिक लोककला है जिसे महिलाएं खास अवसरों पर दीवारों और आंगन में बनाती हैं।
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