ट्रॉपोस्फीयर के ऊपर स्ट्रैटोस्फीयर में ऊंचाई बढ़ने के साथ तापमान तेजी से बढ़ता है क्योंकि इसमें ओजोन परत होती है जो सूर्य की पराबैंगनी (UV) किरणों को अवशोषित करती है। इसके बाद थर्मोस्फीयर में भी ऊंचाई बढ़ने के साथ तापमान तेजी से बढ़ता है, जिसमें निचला भाग आयनोस्फीयर और ऊपरी भाग एक्सोस्फीयर होता है। वायुमंडल की सबसे ऊपरी परत एक्सोस्फीयर में तापमान 4500 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो सकता है।
This Question is Also Available in:
English