इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc)
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) ने नया सिफन-आधारित थर्मल डीसलीनेशन सिस्टम विकसित किया है, जिससे साफ पीने का पानी मिल सकेगा। पारंपरिक सोलर स्टिल्स में नमक जमने की समस्या होती है, जिससे उत्पादन घटता है। यह सिस्टम फैब्रिक विक और ग्रूव्ड धातु सतह का सिफन इस्तेमाल करता है, जो पानी खींचता है और नमक को क्रिस्टलीकरण से पहले बाहर निकालता है। यह सस्ता, टिकाऊ और स्केलेबल है, और सौर या अपशिष्ट ऊष्मा से चलता है। यह दूर-दराज, आपदा प्रभावित, तटीय और द्वीपीय क्षेत्रों के लिए उपयोगी है।
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