लघु उद्योगों के विकास से
वर्ष 1955 में योजना आयोग द्वारा ग्राम और लघु उद्योगों पर एक समिति गठित की गई थी। इसके अध्यक्ष दत्तात्रेय गोपाल करवे थे, इसलिए इसे करवे समिति या ग्राम और लघु उद्योग समिति भी कहा जाता है। इसका उद्देश्य लघु उद्योगों और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना था।
This Question is Also Available in:
English