मिर्जा गुलाम अहमद ने 1889-1890 में अहमदिया आंदोलन की स्थापना की। यह एक इस्लामी पुनर्जागरण आंदोलन था, जो ब्रिटिश भारत के पंजाब में शुरू हुआ। गुलाम अहमद ने खुद को प्रतिज्ञात मसीह और महदी घोषित किया, जिससे पारंपरिक मुस्लिम समुदाय में विवाद उत्पन्न हुआ। इस आंदोलन के सिद्धांतों में इस्लाम का शांतिपूर्ण प्रसार, हिंसक जिहाद का विरोध और दिव्य रहस्योद्घाटन की निरंतरता में विश्वास शामिल है। अहमदियों को भारी उत्पीड़न का सामना करना पड़ा और 1974 में पाकिस्तानी सरकार ने उन्हें गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया। इन चुनौतियों के बावजूद, अहमदिया आंदोलन वैश्विक स्तर पर फैलने में सफल रहा।
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