अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पाई जाने वाली Musa indandamanensis नामक एक जंगली केले की प्रजाति ने हाल ही में 4.2 मीटर लंबी केले की फलमंजर के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया है। फलमंजर पौधे के फलने वाले हिस्से को कहते हैं। यह प्रजाति विशेष रूप से निकोबार द्वीप समूह के कैंपबेल बे क्षेत्र में पाई जाती है। यह पेड़ लगभग 11 मीटर ऊंचा होता है और इसका तना करीब 110 सेंटीमीटर मोटा होता है। पहले सबसे लंबी ज्ञात केले की फलमंजर केवल 3 मीटर की थी। इस प्रजाति को इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर (IUCN) ने गंभीर रूप से संकटग्रस्त श्रेणी में रखा है। इसे कोलकाता के इंडियन म्यूज़ियम और ए. जे. सी. बोस इंडियन बॉटेनिक गार्डन जैसे वनस्पति केंद्रों में संरक्षित किया गया है। यह भविष्य में रोग प्रतिरोधी और अधिक उपज देने वाली केले की किस्मों के विकास में सहायक हो सकती है।
This Question is Also Available in:
Englishमराठीಕನ್ನಡ